भीलवाड़ा (माय सर्कल न्यूज़ @पंकज पोरवाल)। महामण्डलेश्वर स्वामी हंसराम ने भारतीय सिंधु सभा द्वारा आयोजित बाल संस्कार शिविरों के सामुहिक समापन समारोह में कहा कि बच्चों को बचपन में ही संस्कार एवं संस्कृति का ज्ञान देने से ही भविष्य में संस्कारित पीढ़ी तैयार होगी। समापन समारोह हरिशेवा उदासीन सनातन मंदिर में महामण्डलेश्वर
स्वामी हंसराम जी एवं संत मायाराम जी के आशीर्वाद से संपन्न हुआ। कार्यक्रम की जानकारी देते हुए सभा के जिला महामंत्री हरीश मानवानी ने बताया कि प्रारम्भ में महामण्डलेश्वर एवं संत मायाराम, वीरूमल पुरशानी, भगवानदास नथरानी, जितेन्द्र रंगलानी, ईश्वर कोडवानी द्वारा दीप प्रज्वलन किया गया। कार्यक्रम को साहित्यकार गुलाब मीरचदनी, मानवानि ने संबोधित किया। उन्हें सिंधी भाषा एवं संस्कृति के विकास के लिए कार्य करने पर विशेष रूप से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम प्रभारी ओम प्रकाश गुलाबानी ने बताया कि परिक्षा एवं अन्य प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार वितरण किए गए। साथ ही महामण्डलेश्वर की ओर से सभी प्रतिभागियों को आशीर्वाद स्वरुप भेंट भी दी गई। शिविरों में निःशुल्क सेवा देने वाले अध्यापकों एवं प्रशिक्षकों को भी शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में बच्चों द्वारा गायन एवं नृत्य की प्रस्तुतियाँ भी दी गई। जिन्हें सभी दर्शकों द्वारा सराहा गया। जिले में 4 शिविर सिंधु नगर, बापू नगर, शास्त्री नगर एवं गुलाबपुरा में आयोजित किए गए। इन शिविरों में 5 वर्ष से 15 वर्ष तक के बच्चों को सिंधी भाषा एवं साहित्य संकृति की जानकारी के साथ साथ अन्य गतिविधियों जैसे पेंटिंग, मेहंदी, ढोलक, गायन आदि चीजें भी सिखाई गई। मंच संचालन ओम प्रकाश गुलाबानी ने किया। इस अवसर पर पूर्व पार्षद मीना लीमानी, इंदिरा जी गांधी, कविता लोहानी, आसनदास लिमानी जितेन्द्र मोटवानी, परमानंद तनवानी, नरेन्द्र रामचंदानी, राजकुमार खुशलानी, भगत उद्धवदास, ढालूमल सोनी, दौलतराम सामतानी, सुरेश लोंगवानी, धर्मेद्र कुमार देवनानी, राजकुमार टहलयानी, राजकुमार गुरनानी, मनोज बहरवानी, गोपाल माखीजा नाका रामसिंघानी, गंगाराम पेशवानी दीपक केसवानी, किशोर पारदासानी, पंकज आडवाणी, मीरा माखिजा, वर्षा रंगरानी,पार्वती भाटिया, मोना बहरवानी, सुशीला पारवानी, ज्योति जेठानी, माला लधानी, दिव्या लालवानी, दिव्या रगवानी आदि उपस्थित रहे।
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