Type Here to Get Search Results !

भाई बहन के रिश्ते की स्मृति दिलाने वाला एक परमात्म उपहार है रक्षाबंधन : नीतु बहिन

भीलवाड़ा, (पंकज पोरवाल)। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय बापूनगर स्थित सेवाकेन्द्र की बहनो द्वारा जिला कारागार में रक्षाबंधन पर्व मनाया। उन्होंने बंदी भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर मिठाई खिलाई और उन्हें समस्त बुराइयों को परित्याग करने का संकल्प दिलाया। इस दौरान जेल अधीक्षक भैरोसिंह राठौड़ सहित जेल स्टाफ को रक्षा सूत्र बांधा गया। तथा उन्हें रक्षाबन्धन कं आध्यात्मिक रहस्यों की जानकारी दी गई। केंद्र की नीतु बहिन ने कहा कि रक्षाबंधन सभी पर्वों में एक अनोखा पर्व है जो भारत की संस्कृति व मानवीय मूल्यों को उजागर करने वाला, अनेक अध्यात्मिक रहस्यों को प्रकाशित करने वाला और भाई बहन के रिश्ते की स्मृति दिलाने वाला एक परमात्म उपहार है। रक्षाबंधन दो शब्दों से मिलकर बना है रक्षा और बंधन। इस बंधन में बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है और भाई कीसी भी परिस्थिती मे अपनी बहन की रक्षा करने का वचन देता है। लेकिन यह सम्भव नही है। इसका आध्यत्मिक रहस्य कि हर आत्मा की रक्षा करने वाला तो परमपिता परमात्मा है। उनके बन्धन में हम सभी बंध जाये तो हमारी नेगेटिव सोच, बुराइयो, जो भी पापकर्म, विकार हमारे अन्दर आ गए हैं। उनसे हमारी रक्षा हो सकती है। आज सच्चे मायने में इसी रक्षा की जरूरत है। इसलिए हम मन-बुद्धि से परमात्मा से जुड़े और अपनी आन्तरिक शक्तियों को पहचाने। उन्होंने कहा कि आज धीरे-धीरे इस प्यार के बंधन के मायने ही बदल गए हैं, लेकिन ब्रह्माकुमारी आश्रम की बहने अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर बदले में महंगे उपहार न लेकर केवल मात्र भाइयों की आने जीवन से बुरी आदतें छोड़ने का वचन लेती हैं।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Top Post Ad

Below Post Add

Bottom Ad