चित्तौड़गढ़। बून्दी रोड़ स्थित कौमी एकता के प्रतीक मेवाड़ के महान सूफी संत हजरत अताए ख्वाजा हाफीज सैयद सरदार अहमद कादरी चिश्ती अशरफी सारअ का 21वां सालाना उर्स मुबारक पर चादर शरीफ का जुलूस निकाला गया।
अशरफी युवा जमात के सदर गुलाम रसुल अशरफी ने बताया कि जुलुस अशरफी के निवास से छीपा मोहल्ला, अशरफी चौक, देहली गेट होता हुआ बूंदी रोड़ स्थित अशरफी साहब की दरगाह शरीफ पहुंचा। जुलूस में आगे घोडे पीछे ढोल ताशे देहली गेट सेहरी पार्टी नातिया कलाम पढते हुए और बग्गी में ऑल इण्डिया औलमा मशाईख बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशरफे मिल्लत हजरत सैयद मोहम्मद अशरफ सा. किछोछा शरीफ व ओलादे गोसे आजम हजरत सैयद हम्माद अशरफ व सैयद नवाज अशरफ व बग्गी में शहर काजी अब्दुल मुस्तफा चिश्ती, सज्जादानशीन हाजी मोहम्मद सलीम अशरफी, सज्जादा नशीन मोहम्मद युसुफ अशरफी तशरीफ फरमा रहे थे। इस मौके पर मुफ्ती उस्मान अशरफी अलअजहरी, मौलाना जुबेर अशरफी, मौलाना उमेर अशरफी, मौलाना जुनेद अशरफी जुलुस में बग्गी के साथ चल रहे थे।
अशरफी युवा जमात के सदर गुलाम रसुल, सैकेटी यासिन छीपा, मुराद खान अशरफी, सोनू अशरफी, शाहीद छीपा, आलम छीपा, जाकिर खान, राजु भाई, सलीम खान, जुलूस में नातिया कलाम पढते हुए चल रहे थे।
छीपा मोहल्ला, देहली गेट, अशरफी चौक, पर कई मुरीदों ने व कमेटियों ने जुलुस का इस्तकबाल किया व सज्जादागान की दस्तारबन्दी व फुलो का हार पहनाकर स्वागत किया। मक्का शरीफ, मदीना शरीफ, बगदाद शरीफ, किछोछा, अजमेेर शरीफ की चादर पेश की गयी व अशरफी के सैकड़ों मुरीदों व जायरीनों ने चादर पेश करी। आज बुधवार को कुल की रस्म सुबह 10 बजे से शुरू होगी। जिसमें महफिले कव्वाली होगी। खतीबे यूरोप व एशिया अशरफे मिल्लत हजरत मोहम्मद अशरफ किछोछा शरीफ दिन में एक बजे दुआ फरमाएंगे।
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