चित्तौड़गढ़। चन्देरिया पुठोली स्थित हिंदुस्तान जिंक में कार्यरत एक कर्मचारी की बीमारी से मौत के बाद परिजनों को मुआवजा और मृतक के आश्रित को नौकरी नही देने पर परिजनों और संगठनों ने जिंक के मुख्य गेट पर हंगामा कर दिया। परिजनों और संगठनों के लोगों में सुबह और दोपहर को शिफ्ट में आने वाले श्रमिकों व कर्मचारियों को जिंक गेट में प्रवेश नही करने दिया। कर्मचारियों को लाने वाले वाहनों को गेट पर ही रोक दिया और अंदर नही जाने दिया। जानकारी के अनुसार गत जून माह में जिंक की एस. एस. एंड कम्पनी के प्रोसेस एसिस्टेंट श्रवण सिंह राणावत निवासी बांकली मांडल जिला भीलवाड़ा पिछले 17 सालों से ज़िंक में कार्यरत थे। ड्यूटी के दौरान तबीयत खराब हो गई और कुछ दिनों बाद ही उनकी मौत हो गई।
मृतक के परिजनों ने मुआवजा व परिवार के किसी एक सदस्य को नौकरी देने की मांग को लेकर प्रबन्धन से तीन बार मुलाकात की लेकिन जिंक प्रबन्धन की ओर से कोई आश्वासन नही मिला। इसी के चलते आज अल सुबह ही मृतक के परिजन और सामाजिक संगठन हिंदुस्तान जिंक गेट पर पहुंचे और प्रदर्शन शुरू कर दिया। यहां सुबह की शिफ्ट में आने वाले श्रमिकों और कर्मचारियों को बाहर प्रदर्शन कर रहे लोगों में रोक दिया और इस प्रदर्शन की वजह बताई। ऐसे में श्रमिकों और कर्मचारियों ने भी उनका साथ देते हुए अंदर प्रवेश नही किया। श्रमिकों का कहना हें कि ऐसी घटना कल हमारे साथ भी हो सकती हैं।
ऐसे में जिंक प्रबन्धन को कोई पॉलिसी बनानी चाहिए ताकि बार-बार आंदोलन नही करना पड़े और मृतकों के परिजनों को सीधे मुआवजा एयर आश्रित को नौकरी मिल जाएं। इस मामले को लेकर परिजनों और जिंक प्रबन्धन के बीच वार्ता की जा रही हैं।
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