सप्त दिवसीय कथा का समापन


निंबाहेड़ा। कदम परिवार द्वारा आयोजित कराए जा रहे भागवत ज्ञान गंगा सप्ताह के तहत दशहरा मेला प्रांगण मे चल रही कथा का गुरुवार को कृष्ण रुक्मणी विवाह प्रसंग के साथ समापन हुआ।भागवत भूषण पंडित नारायण प्रसाद ओझा के मुखारविंद से कथा वाचन हुआ जिसमें नगर व आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के कई महिलाओं पुरुषों एवं बच्चों ने प्रतिदिन उपस्थित होकर धर्म लाभ लिया।
गुरुवार के दिन पं. ओझा ने कथा वाचन के दौरान कहा कि मानव चिंता और वासना से जितना बाहर निकलेगा उतनी ही आनंद की अनुभूति प्राप्त करेगा, भगवान ने मानव को सुखी रहने के लिए भेजा है ना कि दुखी रहने के लिए, स्वार्थ व अज्ञानता के कारण ही  दुःख होता है मानव अगर चाहे तो इससे बाहर निकल सकता है परमात्मा की बनाई दुनिया का आनंद ले सकता है।
कथा वाचन से पूर्व कदम परिवार द्वारा संत श्री का स्वागत कर व्यासपीठ की पूजा अर्चना की। कथा आयोजक परिवार के यशवंत राव,कृष्णा कदम का गुरु बहनों द्वारा श्रीनाथ जी की तस्वीर भेंट कर आभार प्रकट किया।
कथा में धर्म लाभ लेने बाहर से आये कृष्ण राव,वनराज चित्तौड़गढ़ राजेंद्र राव, विजय राव, कपिल कांटे,रवि राव, गोपाल राव,कमल राव, सुरेन्द्र राव, हेमन्त राव, मुकेश राव, अक्षय राव, भावेश राव चव्हाण,जीवन कुमावत खोडीप आदि ने भी संत श्री का स्वागत कर उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया।
 नगर एवं आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के सैकड़ों महिला एवं पुरुषों तथा बच्चों ने पंडाल में उपस्थित होकर कथा श्रवण कर कथा का आनंद उठाया।

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