चित्तौड़गढ़, (सलमान)। बूंदी रोड स्थित हजरत किबला उस्ताद सारअ का 736वां उर्स मुबारक 27 मई को झण्डे की रस्म से शुरू हुआ।
शहर काजी अब्दुल मुस्तफा चिश्ती, सज्जादा नशीन मोहम्मद सलीम अशरफी ने बताया कि उर्स में झण्डा कुशाई की रस्म अशरफी साहब के तीनों नवासे सज्जादानशीन मोहम्मद सलीम अशरफी, मोहम्मद युसुफ अशरफी व मौलाना मोहम्मद इब्राहीम अशरफी के बेटे मोलाना मोहम्मद उमेर अशरफी ने झंडे की रस्म अदा की।
मोलाना मुफ्ती उस्मान अशरफी, मोलाना जुबेर अशरफी, मोलाना जुनेद अशरफी, मोहम्मद शोएब, मोहम्मद उजेर अशरफी झण्डा शरीफ हजरत सैय्यद सरदार अहमद अशरफी साहब के खानकाह से लेकर दरगाह पहूंचे। इस मौके पर मोलाना अब्दुल रशीद बरकाती, मोलाना खलील बरकाती ने सलातो सलाम पढा।
इस मौके पर अब्दुल सलाम पेन्टर, अब्दुल हमीद मंसुरी, वाहिद खान, अतिर्कुरहमान, मोलाना मीराबक्ष, गुलामनबी छीपा, मोहम्मद उमर छीपा, आसिफ छीपा, मोहम्मद शरीफ छीपा सहित कई मुरीदेन मौजूद थे।
सज्जादा नशीन सलीम अशरफी ने बताया कि 28 मई शनिवार को शाम को 6 बजे खानकाह कादरिया चिश्तिया अशरफिया की ओर से हजरत किबला उस्ताद सा. रहमतुल्लाह अलैह व हजरत मामु भान्जा साहब रहमततुल्लाह व हजरत सैययद सरदार अहमद अशरफी रहमतुल्लाह अलैह के आस्ताने पर चादर पेश होगी। इसके बाद रात 10 बजे महफिले मिलाद शरीफ व तकरीर व नातिया कलाम होगा। 29 मई रविवार को दिन में एक बजे कुल की रस्म अदा की जाएगी।
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