मांदलदा में 315 एमवीए क्षमता का पावर ट्रांसफार्मर लगेगा स्वीकृति जारी

चित्तौड़गढ़। चितौड़गढ़ विधानसभा क्षेत्र के मांदलदा में 315 एमवीए क्षमता का पावर ट्रांसफार्मर लगेगा। जिसकी स्वीकृति जारी हो गई हैं। जिससे क्षेत्र को इस ग्रिड से अधिक बिजली प्राप्त हो सकेगी राज्यमंत्री सुरेंद्र सिंह जाड़ावत के प्रयास रंग लाए 300 करोड रुपए पॉवर ट्रांसफार्मर पर खर्च होंगे।
राजस्थान धरोहर प्राधिकरण बोर्ड के अध्यक्ष राज्यमंत्री सुरेंद्र सिंह जाड़ावत ने चित्तौड़गढ़ विधानसभा क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति सुचारू व्यवस्था के लिए राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के संज्ञान में लाते हुए कहा था की रबी की फसल का सीजन होने के कारण कृषि उपभोक्ताओं को नियमित बिना बाधा के प्रतिदिन 6 घण्टे बिजली विभाग द्वारा बिजली आपूर्ति करना आवश्यक है चूँकि वर्तमान में बढ़ती बिजली मांग के फलस्वरूप चितौड़गढ़ जिले में पूर्व में स्थापित 2x315 MVA के पॉवर ट्रांसफार्मर से जिले के अतिरिक्त देबारी, मादड़ी, प्रतापगढ़, आसपुर एवं बासवाड़ा को विद्युत आपूर्ति की जा रही है। जिससे दोनो ओवरलोड हो जाने से तकनीकि रूप से विद्युत सप्लाई करने में अक्षम है। तकनीकि समस्या के निदान हेतु जीएसएस मादलंदा पर 1X135 एम.बी.ए का पॉवर स्थापित करने हेतु विभाग द्वारा तकनीकी स्वीकृति जारी की जा चुकी है श्रीमान आगामी चुनाव के लिहाज से बिजली आपूर्ति को लगातार जारी रखने हेतु जीएसएस मादलंदा पर 1 X 135 एम.वी.ए. का पॉवर ट्रांसफार्मर स्थापित किया जाना आमजन एवं किसान हित में अति आवश्यक है इसी क्रम में ऊर्जा विभाग को मांदलदा में अतिरिक्त 315 एमवीए पावर ट्रांसफार्मर के प्रस्ताव सौंपा था जिसकी स्वीकृति कराने हेतु लगातार प्रयासरत रहे आज जयपुर प्रवास पर अजमेर विधुत वितरण निगम लिमिटेड के एमडी भास्कर ए सांवत से मुलाकात की अजमेर विधुत वितरण निगम लिमिटेड कंपनी ने चित्तौड़गढ़ में बढ़ते लोड के मद्देनजर 400 केवी सब-स्टेशन मांदलदा में 315 MVA क्षमता का अतिरिक्त पावर ट्रांसफार्मर की स्वीकृति प्रदान की है जिस पर कुल लागत 300 करोड़ रूपए खर्च होंगे। शीघ्र ही इस पावर ट्रांसफार्मर को सफलतापूर्वक स्थापित किया जाएगा।

राज्यमंत्री सुरेंद्र सिंह जाड़ावत ने बताया कि इस 400/220 केवी वोल्टेज लेवल के 315 एमवीए क्षमता के पावर ट्रांसफार्मर के स्थापित होने से विधुत क्षमता को मजबूती मिलेगी। इस ट्रांसफार्मर के ऊजीकरण होने से मांदलदा ग्रिड से अधिक मात्रा में पावर प्राप्त कर सकेगा जिससे कृषि एवं घरेलू उपभोक्ताओं को गुणवत्ता पूर्ण विद्युत उचित वोल्टेज पर प्राप्त हो सकेगी एवं ओवरलोड की वजह से ट्रिपिंग की समस्या से निजात मिलेगी।

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