शिक्षा सचिव बोले- शरारती तत्व छात्रसंघ चुनाव का फेक लेटर कर रहे वायरल, चित्तौड़गढ़ में भी NSUI का प्रदर्शन


जयपुर। राजस्थान में छात्र संघ चुनाव को लेकर कॉलेज के छात्र लगातार आंदोलन कर रहे हैं। राजस्थान के दिग्गज नेता और कुछ यूनिवर्सिटी के कुलपति भी छात्र संघ चुनाव को जल्द से जल्द करवाने की वकालत कर रहे हैं। हालांकि राजस्थान सरकार की ओर से किसी तरह का फैसला छात्र संघ चुनाव को लेकर नहीं किया गया है। वहीं छात्रसंघ चुनाव पर सदन से लेकर सड़क तक सियासत चल रही है। इसके बावजूद सरकार इस पर तत्काल कोई फैसला लेने में जल्द बाजी नहीं करना चाहती है। इस बीच सोशल मीडिया पर छात्र संघ चुनाव करवाने को लेकर एक चिट्ठी वायरल हो रही है। इस चिट्ठी में छात्र संघ चुनाव कराने को लेकर आदेश जारी किया गया है। जो विभिन्न यूनिवर्सिटी के कुलपतियों को लिखा गया है। हालांकि इस लेटर को शिक्षा विभाग द्वारा भी फेक बताया जा रहा है।

शरारती तत्व वायरल कर रहे फेक लेटर
राजस्थान में छात्र संघ चुनाव की तारीख वाली लेटर को लेकर उच्च शिक्षा विभाग के सचिव सुधीर कुमार ने इस दावे के साथ फेक बताया है कि इस पर किसी तरह का फैसला नहीं लिया गया है। उन्होंने कहा, छात्र संघ चुनाव को लेकर फिलहाल कोई फैसला नहीं हुआ है। कुछ शरारती तत्व सोशल मीडिया पर गलत मैसेज वायरल कर रहे हैं। यह पूरी तरह से फेक है। सरकार इस तरह की हरकत करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी।


चित्तौड़गढ़ में एनएसयूआई ने किया प्रदर्शन
चित्तौड़गढ़। छात्रसंघ चुनाव बहाली को लेकर चित्तौड़गढ़ में एनएसयूआई ने जोरदार प्रदर्शन किया। एनएसयूआई के प्रदेशाध्यक्ष विनोद जाखड़ चित्तौड़गढ़ पहुंचे। उनके नेतृत्व में एनएसयूआई के छात्रों ने कलेक्ट्रेट का घेराव कर  जबरदस्त प्रदर्शन किया और प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कलेक्ट्रेट के मुख्य गेट पर छात्रों ने बेरिकेड्स हटाते हुए कलेक्ट्रेट परिसर में घुस गए। पुलिस ने छात्रों को रोकने की भी कोशिश की। छात्रों ने नारेबाजी करते हुए जिला कलक्टर को नीचे बुलाकर ज्ञापन लेने की मांग की। काफी देर तक हंगामा चलता रहा और बाद में 5 छात्रों को ज्ञापन देने के लिए अंदर भेजा गया।
प्रदेशाध्यक्ष जाखड़ ने कहा प्रदेश में छात्रसंघ चुनाव की बहाली को लेकर चित्तौड़गढ़ कलेक्ट्रेट का घेराव किया गया। उन्होंने कहा भजन लाल सरकार ने छात्रसंघ चुनाव कराने का वादा किया लेकिन अब वो अपने वादे से मुकर रही हैं। छात्र राजनीति आवश्यक होती हैं क्योंकि कॉलेज या केम्पस में प्रशासन अपनी तानाशाही करता हैं। ऐसे में वो कभी नही चाहते के छात्रसंघ चुनाव हो। उन्होंने आगे कहा कि छात्रनेता हमेशा व छात्रसंघ के पदाधिकारी कॉलेज व विश्वविद्यालय  प्रशासन के नाक में नकेल डालने का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि छात्र राजनीति से निकल कर बड़े-बड़े नेता आज बाहर निकल कर आए जो आज विधानसभा और लोकसभा में अपनी जनता का नेतृत्व कर रहे हैं। ऐसे में छात्रसंघ चुनाव की बहाली आवश्यक हैं। एनएसयूआई प्रत्येक जिले में जाकर कलेक्ट्री का घेराव कर रही हैं और यही मांग कर रही हें कि छात्रसंघ चुनाव करवाऐं जाएं। यदि भजन लाल सरकार छात्रसंघ के चुनाव नही करवाती हैं तो एनएसयूआई ईंट से ईंट बजाकर रख देगी। इस दौरान पुलिस उपाधीक्षक, कोतवाली थानाधिकारी सहित बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।

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