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दीवाना शाह के उर्स में कुल की छींटे लेने उमड़े जायरीन

चित्तौड़गढ़, (सलमान)। प्रख्यात सूफी संत हज़रत दीवाना शाह साहब र.अ. का 83वां तीन दिवसीय उर्स कुल के छींटे और मुल्क में अमनो सुकून की दुआ के साथ सम्पन्न हुआ। दरगाह वक्फ कमेटी के सैक्रेट्री मोहम्मद यासीन खाँ अशरफी के अनुसार बुधवार बाद नमाज़े फज़र के देग का खाना तकसीम किया। 
सुबह 8 बजे शाही महफिलखाना में महफिले मीलाद पाक स.अ. के बाद बारी-बारी कव्वाल पार्टियों ने अपने-अपने अंदाज में सुफियाना कलाम पेश किया।
 
आखिर में सब कव्वालों ने मिलकर हज़रत महबूबे ईलाही निजामुद्दीन औलिया देहलवी को जब तूतीऐ हिन्द हज़रत अमीर खुसरो ने अपना पीर बनाया और मुरीद बनते वक्त जब पीर के चेहरे पर जो रंग नज़र आया वो अपनी वालिदा शरीफा (माँ) को इस तरह सुनाया ’’आज रंग हे री माँ रंग हे री, मेरे महबूब के घर रंग हे, ऐसो पीर पायो निजामुद्दीन औलिया’’, मैं तो ऐसो पीर और नही देखियो री पढ़ा तो जायरीने दीवाना पर वज्द तारी हो गया और आशिके दीवाना ने दीवाना वार होकर ईनाम के तौर पर रूपयो की बारिश कर दी।
दरगाह वक्फ कमेटी के सदस्य अब्दुल वहीद अंसारी के अनुसार दरगाह वक्फ कमेटी के सैक्रेट्री मोहम्मद यासीन खाँ अशरफी ने केन्द्र सरकार, राजस्थान सरकार, जिला प्रशासन, स्थानीय प्रशासन, पुलिस प्रशासन, नगरपालिका, बिजली, पानी, रोडवेज विभाग एवं रेल्वे अधिकारियो के साथ वाॅलियन्टियर्स, कर्मचारी, कार्यकर्ताओं का शुक्रिया अदा कर कुल की फातिहा में शिजरा पढकर पूरे मुल्क मे हुजूर स.अ.व., औलियाऐ किराम एवं बाबा हुजूर के वसीले से अमनो सुकून की दुआ की तो पूरा दरगाह परिसर आमीन-आमीन (ऐसा ही हो, ऐसा ही हो) की सदा से गूंज उठा।
जगह-जगह कुल के छीटों के लिये फव्वारा सिस्टम की व्यवस्था के साथ ही 100 कार्यकर्ताओ ने कुल के छींटे लगाये। 
कुल के छींटो के साथ ही हर व्यक्ति यह सोचकर घर को रवाना हो गया की बाबा हुजूर ने मुझे स्वयं विदाई दी हो।
महमानाने खुसुसी:- राजस्थान बोर्ड ऑफ मुस्लिम वक्फ के सदस्य हाजी युसूफ खाँ, मोहम्मद शब्बीर शैख, दरगाह हज़रत गरीब नवाज़ के सैयद वाहीद अंगारा शाह सचिव अंजुमन, सैयद मुर्शरफ चोधरी, हाजी उमरदीन चिश्ती, राष्ट्रीय कांग्रेस सचिव धीरज गुर्जर, स्थानिय पंचयात समिति प्रधान भेरूलाल चोधरी, भीलवाडा के उद्योगपति याकूब खाँ, दाई हलीमा हाॅस्पिटल के चेयरमेन रफीक भाई, सावा के समाजसेवी अब्दुल रशीद शैख आदि मौजूद थे।
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उर्स की झलकियां फोटो में...
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