चित्तौड़गढ़, (सलमान)। गंगरार उपखण्ड अधिकारी रामसुख गुर्जर राजकीय सेवा के साथ एक जिम्मेदार नागरिक का दायित्व भी बखूबी निभा रहे हैं। रामसुख गुर्जर के पास आने वाला हर व्यक्ति अपनी समस्याओं के साथ आता है, लेकिन जाते समय समाधान के साथ तम्बाकू छोड़ने का संदेश भी अपने साथ ले जाता है। गुर्जर अपनी तम्बाकू छुडवाने की इस अनूठी पहल के चलते अब तक 75 हज़ार से ज्यादा लोगों को तंबाकू छुड़वा कर उनके जीवन में बदलाव ला चुके हैं।
गुर्जर ऑफिस में ख्याल रखते हैं उनके पास आने वाला व्यक्ति कहीं तंबाकू का सेवन तो नहीं करता है। वे जहां भी नियुक्त हुए वहां अपने कार्यालय में आने वाले हर फरियादी की समस्या सुनने या ज्ञापन लेने के दौरान इस चीज का भी पूरा ध्यान रखते हैं कि कहीं यह व्यक्ति गुटखा, बीड़ी, सिगरेट या कहीं नशे का सेवन तो नहीं करता। अगर उन्हें इसकी भनक भी लग जाती है वो उसे हाथों हाथ वहीं पर छुडवातें हैं और अपने कार्यालय में ही पानी का लोटा मंगवाकर हाथ में पानी देकर उसे नशा न करने की शपथ भी दिलवाते है। उपखण्ड अधिकारी रामसुख गुर्जर वर्ष 2002 से तम्बाकू छुडवाने हेतु सतत प्रयासरत है। उन्होंने वर्ष 2002 से अब तक करीब 75000 लोगों की तम्बाकू छुड़वाई है।
नशा मुक्ति की दिलवाई शपथ
गंगरार उपखण्ड कार्यालय में भी मंगलवार को विश्व तम्बाकू निषेध दिवस मनाया गया। एसडीएम ने सभी लोगों को ‘‘पहला सुख निरोगी काया’’ संकल्प के साथ धूम्रपान निषेध की शपथ दिलवाई। उन्होंने तम्बाकू एवं धूम्रपान से होने वाली 40 प्रकार की बीमारियों से अवगत करवाया और कहा कि ऐसे लोग जो धूम्रपान व तम्बाकू सेवन करने के आदि होते है वे अपनी आयु से 22 वर्ष पूर्व ही गंभीर बीमारियों से दर्दनाक मौत के शिकार हो जाते है।
उन्होंने मौजूद सभी व्यक्तियों से अपील की है कि हम सब लोगों को मिलकर समाज को इस जहर से मुक्त करवाना है। उन्होंने ईश्वर को साक्षी मानकर लोगों को शपथ दिलाई ‘‘ना धूम्रपान करें न करने दें’’। इस कार्यक्रम में गंगरार के सभी ब्लॉक लेवल अधिकारी/कर्मचारी तथा जनप्रतिनिधिगण और ग्रामवासी मौजूद रहें।
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