कामगार महिलाओं को मिले सम्मान- सिस्टर कीर्ति


चित्तौड़गढ़। अंतराष्ट्रीय घरेलू कामगार दिवस के उपलक्ष में राष्ट्रीय घरेलू काम काजी महिला श्रमिक संगठन चित्तौड़गढ़ द्वारा ऋतु राज वाटिका में एक पत्रकार वार्ता आयोजित की गई। जिसमें अंतरराष्ट्रीय घरेलू श्रमिक संगठन की प्रदेशाध्यक्ष सिस्टर कीर्ति एवं एनिवेटर श्रीमती वर्षा बैरवा ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि घरेलू काम गार महिलाओं को श्रमिक का पूर्ण दर्जा, घरेलू कामगार महिलाओं को सामाजिक सुरक्षा मिलें, घरेलू कामगार महिलाओं को सुरक्षा कानून बने, घरेलू कामगार महिलाओं को कल्याणकारी बोर्ड की स्थापना हो, घरेलू कामगार की महिलाओं को सुरक्षा मिलें, घरेलू कामगार महिलाओं को आज के दौर से महंगाई से राहत मिल, घरेलू कामगार महिलाओं की शौचालय की व्वयस्था हो, घरेलू कामगार महिलाओं को 4 सूत्रीय प्रावधान लागू हो, आवासहीन एवं किराए में रहने वाले परिवारों को निशुल्क आवास मिलें, कच्ची बस्ती में रहने वाले परिवारों को भूमिगत अधिकार मिले, घरेलू कामगार से पूरे परिवार को क्षेत्र में निशुल्क चिकित्सा सुविधा मिलें, महिलाओं को संगठित कार्य करने वाले मजदूरों की तरह भविष्य निधि योजना मिलें, इन महिलाओं के बच्चों को उच्च शिक्षा छात्र व्रती योजना मिलने, समय समय पर अधिकारों के साथ योजनाओं को लेकर नीति हो, कामगार परिवार इनके बच्चे विशेष आरक्षण जैसी व्वयस्था हो ताकि ये अपेक्षित शोषित परिवार आत्मनिर्भर बन सके। सिस्टर कीर्ति व श्रीमती वर्षा बैरवा ने बताया कि इसी सकारात्मक सोच के साथ यह 15 सूत्रीय मांग पत्र के माध्यम से जिला कलेक्टर को प्रेषित किया गया है। पत्रकार वार्ता में बताया कि प्रतिमाह न्यूनतम मजदूरी दर तय है 60 मिनिट का 920 रुपये अधिकतम प्रतिदिन का, बर्तन धोने का 60 मिनिट का 920 रुपये अधिकतम सभी घरेलू काम प्रतिदिन कार्य का सरकार ने जो वेतन तय किया है 7358 रुपये प्रतिमाह तय किया है वो इनको मिले। घरेलू कामगार महिलाओं को सम्मान मिले। इस दौरान जायदा बानो, नारायणी बैरवा, जमीला बानो, जमीला बेगम, बेबी बानो आदि मौजूद थी। 

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