फायरिंग मामला : रॉयल्टी ठेकेदार की रिपोर्ट पर 27 लोगों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज


 चित्तौड़गढ़। 4-5 दिन पूर्व बजरी विवाद को लेकर हुई फायरिंग मामले में बीती रात बजरी ठेकेदार भूपेन्द्र सिंह की ओर से भी दो दर्जन से अधिक नामजद व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में लूट, मारपीट, आगजनी की धाराएं जोड़ी गई है वहीं एक सरपंच और एक पार्षद को भी मुलजिम बनाया गया। सदर थाने मे दर्ज एफआईआर में भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि वह शिवा कोर्पोरेशन की ओर से बजरी टोल का प्रतिनिधि है और किसी भी प्रकार के बजरी परिवहन करने वाले वाहनों रेत उठाई तो की मारपीट की चेक पोस्ट लगाकर जांच आदि का काम करता है जो सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त है। उसने बताया कि गत 18 जुलाई को एक दस चक्का डम्पर आता हुआ दिखाई दिया जिससे उनके प्रतिनिधि कृष्णपाल सिंह उर्फ बनजी ने रोक कर उससे रॉयल्टी आदि के बारे में पूछताछ की तो उसने कोई संतोषप्रद जवाब नहीं दिया और उल्टा गाली गलौच करने लगा। इस बात की सूचना सदर थाने में दी गई और डंपर को थाने में लाने के निर्देश दिये गये, लेकिन चालक ने रास्ते में हीरा होटल के समीप डंपर की रेत को खाली कर दिया और खाली डंपर थाने में ले जाकर खड़ा कर दिया।
अपनी रिपोर्ट में भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि सदर थाने में खड़े डंपर की रेत को ट्रेक्टर के जरिये थाने में ले जाया जा रहा था और तीसरी बार जब ट्रेक्टर में रेत भरी जा रही थी इस दरमियान आशाराम, डालू, प्रकाश, पुष्कर, अंकुर, राजू, मुन्ना, नारायण, रमेश, गजानन्द, बाबूलाल गुर्जर आदि लोग पहुंचे और मारपीट करना शुरु कर दिया। सरिये, लठ और तलवारों से लैस इन लोगों ने हमला किया जिससे भूपेन्द्र सिंह और वहां मौजूद अन्य लोगों को चोटें आई। 
अपनी रिपोर्ट में भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि रात्रि करीब 11-12 बजे इन्हीं लोगों ने हम सलाह होकर टोल नाके के समीप स्थित रॉयल्टी नाका पर भी हमला बोल दिया और वहां पड़े बिस्तर, टेबल, कुर्सी दस्तावेज और अन्य सामान एक बुलट मोटरसाइकिल को आग के हवाले करते हुए वहां पड़े एक लाख रूपये भी लूट लिये। इस मामले में सरपंच मुकेश गुर्जर और पार्षद मुन्ना गुर्जर के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने सभी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी है। रिपोर्ट में 27 नामजद और 10-15 अन्य लोगों के नाम दर्ज है।

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