चित्तौड़गढ़। जिला पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने बताया कि अवैध रूप से खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वालों के खिलाफ कार्यवाही करने हेतु चलाये जा रहे अभियान के दौरान जिला विशेष टीम को सूचना मिली की निम्बाहेड़ा कोतवाली थाना अंतर्गत चरलिया ब्राह्मणान् गांव में अवैध रूप से धनिये पर केमिकल से पोलिश करके धनिया तैयार किया जा रहा है। सूचना के विश्वसनीय होने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ( मुख्यालय) हिम्मत सिंह देवल के निर्देशन में वृत्ताधिकारी भदेसर आदिति चौधरी के नेतृत्व में जिला विशेष टीम प्रभारी सुरेश मीणा मय टीम व पुलिस थाना निम्बाहेड़ा कोतवाली से उप निरीक्षक गोवर्धन सिंह मय टीम ने निम्बाहेड़ा कोतवाली थाना अंतर्गत गांव चरलिया ब्राह्मणान के निवासी बाबूलाल पिता शंकरलाल धाकड़ के मकान पर बने हुए गोदाम पर दबिश दी।
पुलिस को देख कर गोदाम से एक व्यक्ति भागने लगा जिससे टीम ने घेरा देकर के पकड़ा। पुलिस ने भागने वाले व्यक्ति से उसका नाम पता पूछा तो उसने अपना नाम राजेश कुमार पिता फतेह लाल जाति अग्रवाल उम्र 62 वर्ष निवासी पुराने चमड़े के कारखाने के पास नीमच थाना नीमच सिटी मध्यप्रदेश होना बताया। पुलिस पूछताछ में राजेश कुमार ने बताया कि गोदाम में भरा हुआ धनिया उसी का ही है। जिन्हें वह उचित दाम से खरीद कर केमिकल डाल कर साफ करता हैं तथा बाजार में अधिक मूल्य से विक्रय करने हेतु भेजा जाता हैं। मामला खाद्य विभाग से संबंधित होने पर खाद्य विभाग को सूचना दी गई जिससे खाद्य विभाग से फूड इंस्पेक्टर महेश कुमार मय टीम के मौके पर आए। खाद्य विभाग के इंस्पेक्टर महेश कुमार की पूछताछ में राजेश कुमार ने बताया कि वह धनिये पर केमिकल लगाकर उसे मशीन द्वारा मिलाता हैं। उस पर चमक करने हेतु एक बंद कमरे के अंदर रखकर सल्फर का धुआँ जलाया जाता हैं। सल्फर के धुए से 5- 6 घंटे में धनिये पर चमक आ जाती है तथा धनिये पर लगा हुआ रंग भी पक जाता है। उक्त चमक वाले धनिये को वह बाजार में ऊंचे दामों पर बेंचता हूं। मौके पर खाद्य विभाग तथा पुलिस ने उस बंद कमरे को भी खुलवाया तो कमरे के अंदर से जहरीला धुआं निकल रहा था। कमरे से निकलने वाली गैस में श्वास लेना भी मुश्किल हो रहा था। खाद्य विभाग के इंस्पेक्टर महेश कुमार ने बताया कि राजेश कुमार द्वारा धनिये पर इस प्रकार केमिकल लगाकर चमकाना गैर कानूनी जिस पर पुलिस टीम ने राजेश कुमार को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने गोदाम में पड़े हुए धनिए के कट्टों की गणना की तो कुल 943 कट्टे हुए। उक्त कटे एलीफेंट ब्रांड, कैमल ब्रांड, एमपी गोल्ड, स्कुटर ब्रांड, ग्रीन इंडिया तथा अंकुर ब्रांड के थे तथा मौके पर सल्फर के दो कटे भी मिले। पुलिस ने उक्त धनिया के कट्टों तथा अन्य उपकरणों को वजह सबूत जब्त किया। उक्त धनिया के कट्टों का अनुमानित वजन 340 क्विंटल था। उक्त धनिया का बाजार मूल्य लगभग 35 लाख रुपए है। पुलिस द्वारा थाना निम्बाहेड़ा कोतवाली पर प्रकरण दर्ज कर जांच की जा रही हैं।
अपराध करने का तरीका :-
धनिये पर पानी में पीला रंग मिलाकर छिड़काव किया जाता है उसके बाद एक कमरे के अंदर सल्फर को जलाकर बंद कर दिया जाता है। जब धुंआ खत्म होता है तब धनिया सुनहरे रंग का चमकीला हो जाता है। उक्त धनिया स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है तथा जो कर्मचारी इसको तैयार करने हेतु काम करता है उसके स्वास्थ्य पर भी विपरीत प्रभाव पड़ता है।
कार्यवाई के दौरान पुलिस टीम में श्रीमती आदिति चौधरी वृत्ताधिकारी भदेसर, जिला विशेष टीम से सुरेश मीणा उप निरीक्षक, कमलेश कुमार हेड कानि 116, दुर्गा सिंह हेड कानि 100, मिट्ठू लाल कानि 175, लक्ष्मण लाल कानि 1390, रामावतार कानि 555, मुनेंद्र कानि 605, चंद्र करण सिंह कानि 853, विजय सिंह कानि 1421 व चालक सुनील कुमार 53 शामिल थे।
पुलिस थाना कोतवाली निम्बाहेड़ा से
गोवर्धन सिंह उप निरीक्षक, कुंदन सिंह स. उ. नि., धर्मेंद्र सिंह कानि 611, विनोद कुमार कानि 875 आदि भी टीम में शामिल रहे।
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